Fascination About पारद शिवलिंग कहा मिलता है

By simply getting absolutely free offers from us, there's no need to confront the trouble and stress of negotiating in dealerships. We do the give you the results you want.

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

हिंदू धर्म में शिवलिंग भगवान शिव का सर्वोच्च प्रतीक है और उनकी पूजा का केंद्र बिंदु माना जाता है। विभिन्न प्रकार के शिवलिंग विद्यमान हैं, जिनमें पारद शिवलिंग और स्फटिक शिवलिंग क्यों है खास ? घर में इनकी पूजा करने के लिए क्या है लाभऔर स्फटिक शिवलिंग का एक विशेष स्थान है। ये दोनों शिवलिंग अपनी विशिष्टताओं और लाभों के कारण पूजनीय माने जाते हैं। आइए, इस लेख में इन शिवलिंगों की महिमा, महत्व और घर में स्थापित करने के फायदों को विस्तार से जानें।

पारे के शिवलिंग के पूजन की महिमा तो ऐसी है कि उसे बाणलिंग से भी उत्तम माना गया है। जीवन की समस्त समस्याओं के निदान के लिए पारद के उपयोग एवं इससे सम्बंधित उपाय अत्यंत प्रभावशाली हैं। यदि इनका आप यथाविधि अभिषेक कर, पूर्ण श्रद्धा से पूजन करेंगे तो जीवन में सुख और शान्ति अवश्य पाएंगे

जो पुण्यफल हजारो शिवलिंग की पूजा करने से मिलाता है वह पूण्यफल नर्मदेश्वर शिवलिंग और पारद शिवलिंग के दर्शन मात्र से प्राप्त हो जाता है

असे झाले कि एका प्लेट मध्ये सफेद कापड ठेऊन त्यावर शिवलिंगाची स्थापना करावी. 

पारद एक ऐसा शुद्ध पदार्थ माना गया है जो भगवान भोलेनाथ को अत्यंत प्रिय है। इसकी महिमा केवल शिवलिंग से ही नहीं बल्कि पारद के कई और अचूक प्रयोगों के द्वारा भी मानी गयी है।

भोपाल समाचार एक प्रतिष्ठित और विश्वसनीय समाचार माध्यम है। यहां नागरिकों, विद्यार्थियों, युवाओं, व्यापारियों, कर्मचारियों एवं महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण और उपयोगी समाचार मिलते हैं।

त्यावर चंदन पावडर चा लेप करावा, शक्य असेल तर रोज एक बेल जरूर ठेवावा , अक्षता अर्पित करावी , आणि तुपाचा दिवा लावून कपूर पेटवून आरती ओवाळावी.

ईश्वरीय कृपा: पारद शिवलिंग की पूजा करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है, जो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता दिलाने में सहायक होती है।

पारद शिवलिंग को स्थापित करने से पहले स्नान आदि करके स्वच्छ हो जाएं।

माझ्या मते तुम्ही जर ह्या महिन्यात स्थापन केलेत किंवा जुने कोणतेही घरात असलेले शिवलिंग बदलून click here पारद शिवलिंग ठेवलेत तर एखादा मोठा विधी करण्याची गरज नाही.

पारदेश्वर मंदीर परभणी शहरात स्थित असून परभणी रेल्वे स्टेशन दक्षिण मध्य रेल्वे क्षेत्राचे सिकंदराबाद-मनमाड विभागात स्थित आहे. औरंगाबाद, मुंबई, नागपूर, पुणे आणि अजमेर सारख्या महाराष्ट्रातील प्रमुख शहरांपर्यंत परभणी रेल्वेमार्गाने जोडली आहे.

शिवलिंग की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। बर्तन में शुद्ध जल भरकर उसमे शिवलिंग को रखे और उसका नियमित रूप से अभिषेक करना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *